यह बिल्कुल सच है आपके सबसे बडें दूश्मन आप ही है तो आप अपनी life मे अपने आप के लिए आैर आपकी कामयाबी के लिए सबसे बडें दूश्मन है कैसे बताता हूँ
आपको आपके जीवन मै अनेक लश्य हासिल करने होते है - स्टुडेन्ट का लश्य मैरीट मै आना,स्टाटप बिजनेस का कामयाब होना तथा बिजनेस मैन को अपना बिजनेस पुरे विश्व मै फैलाने का सपना पालते है।
अब हम आपको अपनी शक्ति बताते है 1962 की जंग मे भारतीय जवान जसवन्त सिंह ने अकेला भुखा - प्यासा 72 घंटो (तीन दिन ) तक डटा रहा आैर अकेले ने चीन के 300 सैनिको को मार गिराया आैर राईफल मैन नाम से अमर हो गया । ये है हमारी शक्ति...
हम लश्य बनाते तो है लेकिन उस पर एक्शन नही लेते काम को टालते रहते है कल से करूँगा , अभी सही समय नही है आदि बहाने बनाकर खुद को ही बेवकुफ बनाते है आैर अपनी कामयाबी से समझोता करके पीछे रह जाते है फिर किस्मत पर दोष लगते है आैर success हासिल नही कर पाते है।
इस लिए हम अपने आप के दूश्मन है।
अरे यार कामयाबी को अपनी Girlfriend समझकर उसके पीछे पड जाआे और उसके दूसरे Boyfriend's (Comfiditer) से लड़कर उसे हराकर उससे शादी कर लो कामयाबी तुम्हारी हो जाएगी।
एक बार सोचो अकेले बैठकर ध्यान से अपनी शक्ति को पहचानो ,अपने आप को ध्यान से देखो तुम्हे पता चल जाएगा की तुम कया कर सकते हो । और
" खुद पर विश्वास रखो "
मै इतना तो दावे के साथ कह सकता हूँ कि "यदि आप पुरे मन से किसी लश्य को हासिल करने मे लग जाते है या किसी चीज को चाह लेते है तो पुरी कायनाथ हमे उससे मिलाने मे लग जाती है "
तो भाईयो अपने लश्य को हासिल करने मे जान लगा दो जो हो सके करो मेहनत करो क्योकि परिषम ही सफलता की कुँजी/चाबी है।
अगर थक जाओ तो आराम कर लो पर हार मत मानो
तो भाईयो लश्य बना लो और
" जान लगा दो भाईयो जान लगा दो "